हाल ही में भारतीय शेयर बाजार में लगातार गिरावट देखी जा रही है। निवेशकों के मन में चिंता का माहौल है, और हर कोई यह समझने की कोशिश कर रहा है कि आखिर यह गिरावट क्यों हो रही है। चलिए, सरल भाषा में जानते हैं इसके पीछे की मुख्य वजहें
- आर्थिक मंदी की आशंका: भारतीय अर्थव्यवस्था की विकास दर में थोड़ी सुस्ती देखी गई है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने भी देश की आर्थिक वृद्धि दर के अनुमान को घटा दिया है। जब अर्थव्यवस्था धीमी पड़ती है, तो इसका असर कंपनियों की कमाई पर भी पड़ता है, और शेयर बाजार में बिकवाली बढ़ जाती है।
- विदेशी निवेशकों की निकासी: विदेशी निवेशकों ने हाल ही में भारतीय शेयर बाजार से बड़ी मात्रा में पैसे निकाले हैं। इसका कारण यह है कि अमेरिका और अन्य देशों में ब्याज दरें बढ़ रही हैं, जिससे निवेशक अपने पैसे सुरक्षित जगहों पर लगाना चाह रहे हैं।
- शेयरों के ऊँचे दाम: पिछले कुछ वर्षों में भारतीय शेयर बाजार ने जबरदस्त तेजी देखी थी, खासकर स्मॉलकैप और मिडकैप शेयरों में। लेकिन अब इनकी कीमतें इतनी ऊंची हो गई हैं कि निवेशकों को डर लगने लगा है कि कहीं यह बुलबुला न फूट जाए। इसलिए वे मुनाफा कमाने के लिए अपने शेयर बेच रहे हैं।
- सरकारी नियमों में बदलाव: हाल ही में बाजार नियामक संस्था सेबी (SEBI) ने कुछ नए नियम बनाए हैं, खासकर डेरिवेटिव्स और ऑप्शन ट्रेडिंग से जुड़े हुए। इन नियमों का उद्देश्य बाजार को सुरक्षित बनाना है, लेकिन इससे छोटे निवेशकों में घबराहट बढ़ गई है और उन्होंने अपनी होल्डिंग्स बेचना शुरू कर दिया है।
- वैश्विक अनिश्चितता: अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी हलचल मची हुई है। अमेरिका में महंगाई बढ़ रही है, यूरोप में मंदी की चर्चा है, और मध्य पूर्व में तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं। इन सबका असर भारतीय बाजार पर भी पड़ता है।
क्या करें? अगर आप निवेशक हैं, तो घबराने की जरूरत नहीं है। बाजार में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। यह जरूरी है कि आप अच्छी कंपनियों में लंबी अवधि के लिए निवेश करें। हर गिरावट एक नए मौके की तरह होती है। समझदारी से सोचें, और जल्दबाजी में फैसले न लें।