पिछले कुछ दिनों में शेयर बाजार में ऐसा भूचाल आया कि निवेशकों के होश उड़ गए। सेंसेक्स और निफ्टी लगातार लाल निशान पर बंद हो रहे हैं, जिससे बाजार की साख पर सवाल खड़े हो गए हैं। 10 से 14 फरवरी के बीच सेंसेक्स करीब 2.5% और निफ्टी 3.41% टूट गया। कुल मिलाकर, बाजार से 24.58 लाख करोड़ रुपये का सफाया हो गया।
क्यों आई इतनी बड़ी गिरावट?
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने नए टैरिफ लगाने का ऐलान किया, जिससे भारत समेत कई एशियाई बाजारों पर दबाव बढ़ा।
- विदेशी निवेशकों (FIIs) ने बाजार से पैसे निकालने शुरू कर दिए। सिर्फ गुरुवार को ही 2,789.91 करोड़ रुपये की बिकवाली हुई।
- भारतीय कंपनियों के दिसंबर तिमाही के नतीजे उम्मीद से कमजोर रहे, जिससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई।
किन सेक्टर्स को सबसे ज्यादा झटका लगा?
- फार्मा सेक्टर में 3% की गिरावट हुई। ट्रेड वॉर के चलते अमेरिका में इस सेक्टर की कमाई पर खतरा मंडरा रहा है।
- PSU बैंक और ऑयल एंड गैस सेक्टर में भी भारी गिरावट देखने को मिली।
- स्मॉल-कैप और मिड-कैप शेयरों की हालत सबसे खराब रही। स्मॉल-कैप अपने रिकॉर्ड हाई से 21.6% और मिड-कैप 18.4% नीचे चल रहा है।
निवेशकों को क्या करना चाहिए? मार्केट एक्सपर्ट्स का कहना है कि बाजार में अभी और उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। बैंकिंग और आईटी सेक्टर आगे की दिशा तय करेंगे। इसलिए जल्दबाजी में कोई बड़ा फैसला न लें। निवेशक सोच-समझकर अपनी रणनीति बनाएं और लॉन्ग टर्म सोचकर निवेश करें।
तो क्या बाजार में रिकवरी होगी? हां, रिकवरी की उम्मीद है, लेकिन इसमें समय लगेगा। बाजार की चाल पर नजर बनाए रखें और धैर्य से काम लें।